राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दरिंदगी की शिकार हुई कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर की डायरी में लिखी बातों पर गौर कर रही है। इसके लिए वह क्लिनिकल ग्राफोलॉजी विशेषज्ञों की मदद लेने पर भी विचार कर रही है। क्लिनिकल ग्राफोलॉजी बता सकती है कि कोई बात किस उद्देश्य से या किन परिस्थितियों में लिखी गई है। लिखते समय संबंधित व्यक्ति किसी दबाव में था या नहीं।
मृतका की डायरी में क्या लिखा?
इसके अलावा सीबीआई यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मृतका ने डायरी में बातें किसी खास उद्देश्य के लिए तो नहीं लिखी। इसके अलावा केंद्रीय एजेंसी मृतका के मोबाइल फोन के मैसेजों पर भी गौर कर रही है। मैसेज का आदान-प्रदान करने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
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